Sunday, January 23, 2022

सरकार जल्द खोले स्कूल: निजी स्कूल संचालकों और अभिभावकों ने लगाई गुहार

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 23 जनवरी 2022 
रविवार को हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों के निजी स्कूलों की एक बैठक वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई। बैठक में स्कूल संचालकों के अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के बहुत से अभिभावकों ने भी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। बैठक में जसवंत डडवाल, रमन अवस्थी, अंकुश सूद, हरबंस कौंडल, अनुपम मेहरा, नरेंद्र मनकोटिया, सुशवीन पठानिया, निर्मल ठाकुर, राजीव सिंह, मलकीत सिंह, त्रिलोचन सिंह, भूषण शर्मा, दीप गुलेरिया, शालु राणा, अनुराधा शर्मा, सुभाष सिंह, रमेश कुमार, पूर्ण सिंह, शरणजीत ठाकुर, अजय जम्बाल, उमेश दत्त, के़ सी़ पठानिया, हरविंदर सिंह, कृष्ण कुमार, कमल सिंह, वीरेंद्र पठानिया, रामकुमार, अजय सिंह, नरेश दत्त सहित अनेक स्कूल संचालकों ने बैठक में अभिभावकों के साथ-साथ स्कूल खोलने हेतु अपना-अपना पक्ष रखा।
अभिभावकों के साथ साथ विभिन्न जिलों से स्कूल संचालकों ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द स्कूल खोले जाएं क्योंकि वार्षिक परीक्षा मार्च महीने में आयोजित होनी है और बच्चे ऑनलाइन शिक्षा में कुछ भी नहीं पढ़ पा रहे हैं। पिछले 2 महीने पहले जब स्कूल खुले थे तब स्कूलों में बहुत कम कोरोना के केस आए थे। परंतु सरकार द्वारा स्कूलों को बंद कर दिया गया और बच्चों को फिर से ऑनलाइन शिक्षा का सहारा लेना पड़ रहा है, जिसका बहुत बुरा प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है।
क्या कहना है विभिन्न जिलों से स्कूल संचालकों और अभिभावकों का:-
बच्चे घर में नहीं पढ़ रहे हैं और उन बच्चों को सही शिक्षा स्कूलों में ही मिल सकती है क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा एक औपचारिकता मात्र है - रमन अवस्थी, संयोजक, डी. के. पी. एस​. ए.।
अभी स्कूल 26 जनवरी तक हिमाचल प्रदेश सरकार ने बंद किए हैं। महाराष्ट्र, हरियाणा व दूसरे राज्यों की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश सरकार से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द स्कूल खोलने का फरमान जारी हो ताकि बाकी राज्यों की अपेक्षा हिमाचल प्रदेश के बच्चे शिक्षा में पिछड़ ना जाएं - सुशवीन पठानिया, उपाध्यक्ष जिला कांगडा निजी स्कूल, संगठन।
अब जबकि हिमाचल प्रदेश सरकार ने हर एक सेक्टर में सहूलियत दी है और सभी लोग किसी भी कार्यक्रम अथवा शहर में वेझिझक होकर जा सकते हैं। तो क्या अभिभावक घर में वापस नहीं आते हैं? क्या वह घर में आकर अपने बच्चों से नहीं मिलते हैं? कोविड-प्रोटोकाॅल का जितना पालन स्कूल में हो सकता है, उतना घरों में नहीं हो सकता। अतः सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द स्कूलों को खोलने का फरमान जारी हो- जसवन्त डडवाल - अध्यक्ष जिला कांगडा निजी स्कूल संगठन।
सरकार ने जब जब इस कोरोना - काल में स्कूल बंद करने के निर्देश जारी किए हम सभी स्कूल वालों ने सरकार के नियमों का बखूबी पालन किया अब जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ दूसरे भी बहुत सारे संगठन इस बात पर बल दे रहे हैं की बच्चों की शिक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता उचित नहीं है तो फिर सरकार क्यों स्कूल खोलने में देरी कर रही है- नरेन्द्र मनकोटिया, अध्यक्ष फिनजा ।
पिछले 2 महीने से जब स्कूल खुले थे तो स्कूल खुलने पर हम सभी बहुत खुश थे, क्योंकि स्कूल खुलने के उपरांत मात्र 10- 15 दिन में ही हमारे बच्चों में काफी सुधार देखा गया था। परंतु स्कूलों का दोबारा बंद होना हमें और हमारे बच्चों के लिए एक चिंता का विषय है। सरकार व शिक्षा विभाग से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द स्कूल खोल दिए जाएं, ताकि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके - सभी अभिभावकों का एकमत सुझाव ।
वर्चुअल माध्यम से हुई इस विशेष बैठक में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्कूल संचालकों, अध्यापकों और अभिभावकों ने बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया और हिमाचल प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से विनम्र निवेदन किया कि स्कूल जल्द से जल्द खोल दिए जाएं। स्कूल खोल कर आप हम पर ही दया नहीं करेंगे हमारे बच्चों के भविष्य को भी बचा लेंगे ।

No comments:

Post a Comment