Friday, February 23, 2024

पीले रतुआ की रोकथाम के लिए किसान करें टिल्ट का स्प्रे

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 23 फरवरी 2024 

गेहूं की फसल में पीले रतुआ बीमारी की रोकथाम के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को किया जागरूक

किसान पीले रतुआ की रोकथाम के लिए करें टिल्ट दवाई का स्प्रे

रवी सीजन में गेहूं की फसल इस समय तैयार हो रही है लेकिन मौसम के उतार-चढ़ाव के चलते वर्तमान समय में फसल में पीला रतुआ रोग लगने का खतरा पैदा हो गया है। गेहूं के फसल को इस रोग से बचने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत शुक्रवार को कृषि विभाग की जैव नियंत्रण प्रयोगशाला पालमपुर के वैज्ञानिकों ने नूरपुर उपमंडल की सदवां,सुल्याली तथा पन्दरेहड़ पंचायतों में खेतों का दौरा कर फसलों का निरीक्षण किया।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इन क्षेत्रों में गेहूं की फसलों पर पीले रतुआ के शुरुआती लक्षण पाए गए हैं। उन्होंने किसानों को पीले रतुआ की रोकथाम के लिए 1 लीटर पानी में एक मिलीलीटर टिल्ट दवाई मिलाकर स्प्रे करने की सलाह दी जिससे इस रोग की रोकथाम समय रहते हो सके ।
एसएमएस डॉ शैलेश पाल ने बताया कि किसान कृषि विभाग नूरपूर के कार्यलय से टील्ट दवाई प्राप्त कर गेंहूँ की फसल में पीले रतुआ के लक्षण दिखने पर अपने खेतों में उसका छिड़काव कर सकते हैं।
इस अवसर पर जैव नियंत्रण प्रयोगशाला पालमपुर के वैज्ञानिक डॉ अमन, डॉ रीता, डॉ अंजू तथा कृषि विभाग के एसएमएस डॉ शैलेश पाल सूद मौजूद रहे।

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